उत्तर प्रदेश के जौनपुर जनपद में एक ऐसा विवाह समारोह चर्चा का विषय बना, जिसने धर्म, इतिहास और सामाजिक सौहार्द को एक सूत्र में पिरो दिया. 17वीं सदी की मुगलकालीन विरासत से जुड़े दोहरे उपनाम ‘दुबे’ को संजोए एक मुस्लिम परिवार के विवाह ने यह संदेश दिया कि आस्था बदल सकती है, लेकिन पूर्वजों की पहचान और विरासत पीढ़ियों तक जीवित रहती है.