बाउल बिन बांग्लादेश: कट्टरपंथियों के आगे टूट जाएगा संगीत का 'एकतारा'?

एक बाउल को देखकर पहली बार में कोई भी कह सकता है कि ये सिर्फ संगीत साधक हैं. सिर्फ संगीत, गाना, समाज में होते हुए भी समाज से अलग रहना ही इनका जीवन और इनके जीवन का मकसद है. पर अगर आप उनके होने के मायने को समझेंगे तो लगेगा कि ये सिर्फ संगीत के लिए नहीं या सिर्फ संगीत के साधक नहीं है.