सिखों के पवित्र धार्मिक तीर्थस्थल हेमकुंड साहिब का सरोवर जमा:नवंबर के बाद नहीं हुई है बर्फबारी, शीतकाल के लिए 10 अक्टूबर को बंद हुए थे कपाट

उत्तराखंड के चमोली में स्थित सिखों के पवित्र धार्मिक तीर्थ स्थल हेमकुंड साहिब का सरोवर पूरी तरह से जम गया है। क्षेत्र में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। इस वर्ष नवंबर में हुई पहली बर्फबारी के बाद से दोबारा बर्फ नहीं गिरी है। हेमकुंड साहिब के पवित्र सरोवर के आसपास के क्षेत्रों में जमी हुई परतें दिखाई दे रही हैं। इस साल हेमकुंड साहिब के कपाट शीतकाल के लिए 10 अक्टूबर को दोपहर एक बजे के बाद बंद कर दिए गए थे। लोक कर रहे बर्फबारी का इंतजार स्थानीय लोग और प्रशासन अब बारिश और बर्फबारी का इंतजार कर रहे हैं। पहाड़ों में यह मान्यता है कि अच्छी बारिश या बर्फबारी के बाद ठंड का असर कम हो जाता है और मौसम में राहत मिलती है। फिलहाल, चमोली के पर्वतीय इलाकों में पड़ रही भीषण ठंड ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। 2.75 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने किए दर्शन इस साल हेमकुंड साहिब में श्रद्धालुओं की रिकॉर्ड तोड़ संख्या दर्ज की गई। इस साल 2 लाख 75 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने हेमकुंड साहिब में मत्था टेका, जिससे पिछले सभी रिकॉर्ड टूट गए। 139 दिन तक चली यात्रा इस साल हेमकुंड साहिब के कपाट 25 मई को खोले गए थे। इस वर्ष हेमकुंड साहिब की यात्रा 139 दिन चली। 2024 में कुल दर्शनार्थियों की संख्या 1 लाख 83 हजार 722 थी। इस साल रिकॉर्ड बढ़ोतरी के पीछे बेहतर प्रबंधन और यात्रा मार्ग की सुरक्षा प्रमुख कारण मानी जा रही है।