पश्चिम बंगाल ही नहीं अन्य कई राज्यों में मनरेगा के फंड में व्यापक भ्रष्टाचार हुआ है. भ्रष्टाचार की इस स्तिथि ने यह दर्शाया है कि कार्यों में पारदर्शिता और व्याख्यात्मक विवरण देना कितना आवश्यक है. जिस तरह से मनरेगा के पैसे का गलत उपयोग किया गया है, वह सरकार और जनता के लिए चुनौतीपूर्ण है. इसके लिए जरूरी है कि भविष्य में ट्रांसपेरेंसी सुनिश्चित की जाए ताकि लोगों के अधिकार सुरक्षित रहें और फंड का सही उपयोग हो. राज्यों में हो रही अनियमितताओं को रोका जा सके.