प्रियंका गांधी ने चंडीगढ़-शिमला फोरलेन का मुद्दा संसद में उठाया:कम ऊंचाई की रिटेनिंग वॉल और लैंडस्लाइड पर चिंता जताई, मंत्री से हस्तक्षेप मांगा

हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला को देश के दूसरे राज्यों से जोड़ने वाले चंडीगढ़-शिमला फोरलेन (NH-5) का मामला गुरुवार को संसद में गूंजा। केरल के वायनाड से सांसद एवं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने लोकसभा में इस राष्ट्रीय राजमार्ग की स्थिति को लेकर गंभीर चिंता जताई। प्रियंका गांधी ने संसद में कहा- चंडीगढ़-शिमला फोरलेन के कई हिस्सों में रिटेनिंग वॉल (सुरक्षा दीवारें) बेहद कम ऊंचाई की बनाई जा रही हैं, जिसके कारण इन स्थानों पर लैंडस्लाइड की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। उन्होंने इस ओर केंद्र सरकार और संबंधित एजेंसियों का ध्यान आकर्षित करते हुए तत्काल प्रभावी कदम उठाने की मांग की। मानसून में कई दर्दनाक हादसे हो चुके चंडीगढ़-शिमला फोरलेन पर मानसून में जगह-जगह लैंडस्लाइड की घटनाएं पेश आती रही है। बीते सालों में परवाणू से शिमला के बीच कई बड़े लैंडस्लाइड हुए, जिनमें जान व माल दोनों का नुकसान हुआ है। इस गंभीर स्थिति पर हिमाचल हाईकोर्ट भी संज्ञान ले चुका है और कई बार नेशनल हाई‌वे ऑथोरिटी ऑफ इंडिया अधिकारियों को फटकार लगा चुका है। ​​​​​​ ​निर्माण एजेंसियों पर पहाड़ों की बेतरतीब कटिंग के आरोप इस फोरलेन के निर्माण में देरी के सथ साथ निर्माण एजेंसी पर पहाड़ों की बेतरतीब कटिंग और पर्यावरणीय मानकों की अनदेखी के आरोप भी लगते रहे हैं। ऐसे में प्रियंका गांधी द्वारा इस मुद्दे को संसद में उठाए जाने को अहम माना जा रहा है। सड़क की जमीनी हकीकत से परिचित बता दें कि प्रियंका गांधी ने शिमला से करीब 13 किलोमीटर दूर छराबड़ा में अपना निजी मकान बना रखा है। वह हर साल कई बार परिवार के साथ छराबड़ा आती रही हैं और अक्सर चंडीगढ़ से शिमला तक सड़क मार्ग से सफर करती हैं। ऐसे में वह इस मार्ग की जमीनी समस्याओं और जोखिमों से भली-भांति परिचित हैं। इसी सड़क के माध्यम से हर साल हजारों टूरिस्ट मशहूर पर्यटन स्थल कसौली, चायल, शिमला, कुफरी, नारकंडा और किन्नौर के ‌विभिन्न पर्यटन स्थलों पर पहुंचते है। गडकरी से बोलीं प्रियंका, मिलने का समय दीजिए इस दौरान लोकसभा में एक दिलचस्प दृश्य भी देखने को मिला। जब प्रियंका गांधी केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से चंडीगढ़-शिमला हाईवे को लेकर सवाल कर रही थीं, तो उन्होंने अपना प्रश्न समाप्त करते हुए मुस्कुराते हुए कहा- 'सर, मैं जून से आपसे मिलने का समय मांग रही हूं, अपने संसदीय क्षेत्र के कुछ कामों के लिए। कृपया समय दे दीजिए।' इस पर नितिन गडकरी ने उन्हें कभी भी मिलने की बात कही। प्रश्नकाल समाप्त होने के बाद प्रियंका गांधी ने नितिन गडकरी से मुलाकात भी की।