विदेश मामलों की संसदीय स्थायी समिति ने बांग्लादेश में बदलते राजनीतिक हालात को भारत के लिए 1971 के बाद सबसे बड़ी रणनीतिक चुनौती बताया है. समिति ने चेतावनी दी कि आवामी लीग के पतन, इस्लामी ताकतों की वापसी और चीन-पाकिस्तान के बढ़ते प्रभाव से भारत-बांग्लादेश संबंधों में बड़ा बदलाव आ सकता है.