ढाका से आई तस्वीरों में दिखाया गया है कि बैतूल मुकर्रम की राष्ट्रीय मस्जिद के बाहर लाखों लोग इकट्ठा हुए और भारत विरोधी नारे लगाए गए. यह स्थिति तब उत्पन्न हुई जब बांग्लादेश के युवा नेता शरीफ उस्मान हादी की हत्या हो गई. पिछले वर्ष उन्होंने शेख हसीना की सरकार को गिराने के लिए छात्र आंदोलनों का नेतृत्व किया था और निष्पक्ष चुनावों की मांग की थी. 12 दिसंबर को उन पर हमला हुआ और गंभीर रूप से घायल हो गए, बाद में सिंगापुर ले जाया गया जहां उनकी मौत हो गई.