क्या सत्ताधारी एक फोन से चुनाव में परिणाम अपने पक्ष में करा सकते हैं, यह सवाल केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी के बयान से उठा है. उन्होंने बताया कि 2020 के चुनाव में कुछ हार बहुत मुश्किल से हुई थी. कलेक्टर अभिषेक सिंह ने फोन करके स्थिति बताई थी कि झगड़े नहीं होने चाहिए और मतों की मतगणना फेयर हो. कई सीटें जो विपक्ष ने कुछ वोटों के अंतर से जीती थीं, ऐसे आरोप लगाए जाते हैं कि मशीनरी के दुरुपयोग से परिणाम बदले जा सकते थे.