सोनिया गांधी ने मनरेगा को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि यह कानून मनमोहन सिंह सरकार के दौर में आम सहमति से पास हुआ था. इससे करोड़ों गरीब ग्रामीण परिवारों को रोजगार व कानूनी अधिकार मिला, पलायन रुका और ग्राम पंचायतें मजबूत हुईं. उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने पिछले 11 साल में मनरेगा को कमजोर किया.