तेज प्रताप और जनता के मन में ये कभी ना सवाल उठता कि तेज प्रताप क्यों नहीं और तेजस्वी क्यों? रोहिणी के साथ भी ऐसा करने की शायद ही कोई और हिम्मत करता.