बांग्लादेश की गारमेंट फैक्ट्री में हिन्दू युवक दीपू चंद्र दास की मॉब लिंचिंग पर पुलिस ने कहा है कि अगर फैक्ट्री प्रबंधन की ओर से उन्हें समय पर जानकारी दी जाती तो उसकी जान बच सकती थी. इधर पुलिस ने कहा है कि उन्हें ऐसे कोई सबूत नहीं मिले हैं जिससे ये पता चलता हो कि उसने किसी की भावनाएं आहत की हो.