जापान दुनिया की सबसे बड़ी परमाणु संयंत्र काशिवाजाकी-कारीवा को फुकुशिमा हादसे के 15 साल बाद फिर से शुरू करने की तैयारी में है. 2011 के भूकंप और सुनामी के बाद बंद हुए 54 रिएक्टरों में से यह पहला बड़ा कदम है. ऊर्जा सुरक्षा और कार्बन उत्सर्जन कम करने के लिए जापान परमाणु ऊर्जा की ओर लौट रहा है, लेकिन स्थानीय निवासी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं.