बंगाल के लिए मोहन भागवत का 'वोट मंत्र'

पश्चिम बंगाल में अगले साल विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं और चुनाव से पहले यहां मजहबी राजनीति ने जोर पकड़ लिया है. खासकर मुर्शिदाबाद में बाबरी मस्जिद के शिलान्यास के बाद से नए विवाद की शुरुआत हुई है. आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान ने इस विवाद को और बढ़ावा दिया है, जिसमें उन्होंने बाबरी मस्जिद के निर्माण को लेकर मुसलमानों को सावधान किया है. हर शुक्रवार हजारों लोग बाबरी मस्जिद की जगह नमाज पढ़ते हैं और चंदा भी इकट्ठा किया जा रहा है. ये विवाद न केवल मुर्शिदाबाद बल्कि पूरे पश्चिम बंगाल के राजनीतिक माहौल को प्रभावित कर रहा है. बीजेपी और टीएमसी के बीच इस मुद्दे पर टकराव गहरा गया है. मोहन भागवत ने इसे समाज तोड़ने की साजिश कहा है, जबकि टीएमसी ने बाबरी मस्जिद टूटने का जिक्र कर जवाबी हमला किया है. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भी ये विवाद खत्म नहीं हुआ है और नई सियासी जंग छिड़ चुकी है. इस झगड़े को बढ़ावा देना सही नहीं है और यह राजनीतिक शंटिंग माना जा रहा है.