सर्दियों में पाकिस्तान फिर कर सकता है आतंकी घुसपैठ?

पाकिस्तान की सेना आईएसआई की सहायता से आतंकवादी नेटवर्क को मजबूत करने के लिए विशेष रूप से फंडिंग का इंतजाम कर रही है. पाक अधिकृत जम्मू और कश्मीर के साथ अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास मौजूद क्षेत्रों में नए और पुराने लॉन्च पैड एक के बाद एक पुनः स्थापित किए जा रहे हैं. इस रणनीति में हाईटेक छोटे आतंकी कैंप शामिल हैं जिनमें भयंकर बंकर और भूमिगत सुरक्षित स्थान हैं ताकि बमबारी के दौरान आतंकी सुरक्षित रह सकें. आतंकवादी लॉन्च पदों को विभिन्न गांवों में शिफ्ट करने की योजना है ताकि किसी भी तरह की संदिग्ध गतिविधि पर आतंकी तुरंत एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुंच सकें. घने जंगलों में छोटे मिनी कैंप तैयार किए जा रहे हैं ताकि बड़े वाहक केंद्रों पर हमला हो तो सभी आतंकी मारे न जा सकें. लूनी, पुतवाल, टाइप पोस्ट, जमीला पोस्ट, उमरान वाली चफाल, फॉरवर्ड कता, छोटा चक और जंगलोरा जैसे इलाके आतंकियों के लिए विशेष रूप से चुने गए हैं. कुल मिलाकर पाक अधिकृत जम्मू और कश्मीर में दस लॉन्च पद ताबड़तोड़ खड़े किए जा रहे हैं। इन लॉन्च पदों की अवधि में शारदी, दुधनियाल, आह अतमुगाम, जरा लिप वैली, आह पचपन चमन, तत्तापानी, तंडप, चकोटी, निकेल, और फॉरवर्ड कटा प्रमुख स्थान हैं.