आगरा में हुई हत्या के मामले में पुलिस पर आरोप लगा है कि आरोपी को गुनाह कबूल कराने के लिए थर्ड डिग्री टॉर्चर किया गया. पुलिस ने आरोपी को बचाने के लिए पूरी कोशिश की. इस घटना ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं. कथित रूप से पुलिस ने आरोपी को मानसिक और शारीरिक दबाव में रखा ताकि वह अपनी गलती स्वीकार कर ले. यह घटना स्थानीय लोगों के बीच चिंता का विषय बनी हुई है और पुलिस की नक्शेकदम पर गंभीर बहस हो रही है.