Christmas 2025: क्रिसमस सिर्फ एक पर्व नहीं है, बल्कि ईसा मसीह की करुणा, त्याग और प्रेम की शिक्षा को याद करने का दिन भी होता है. इसी भाव को सन् 1900 में स्वामी विवेकानंद ने अपने शब्दों के द्वारा दुनिया के समक्ष रखा था, जिसमें उन्होंने ईसा मसीह को भगवान का दूत कहा था.