म्यांमार का ये इलाका जुआरियों और ऑनलाइन फ्रॉड का अड्डा था. यहां पर चीन, म्यांमार और थाईलैंड के शातिर बदमाश अड्डा लगाते थे और लोगों को ठगते थे. इसके बारे में इन तीन देशों को कई महीनों से शिकायतें मिल रही थीं. इसके बाद तीनों देशों ने संयुक्त एक्शन लिया.