2025 के यूनियन बजट में सरकार ने एक बड़ा ऐलान किया था कि हर जिले के अस्पताल में कैंसर डे-केयर सेंटर बनाए जाएंगे. इनमें 10 बेड वाले छोटे-छोटे यूनिट होंगे, जहां मरीजों को कंसल्टेशन, काउंसलिंग, सपोर्टिव केयर और कीमोथेरेपी जैसी बेसिक सेवाएं मिल सकेंगी. मकसद ये था कि मरीजों को बार-बार दूर के बड़े अस्पताल जाने की जरूरत न पड़े, ट्रैवल का खर्चा और समय बचे, और इलाज बीच में छूट न जाए.