तारिक रहमान ने लिखा कि देश वापसी के बाद ढाका की सड़कों पर उमड़ा जनसैलाब, लोगों के चेहरे और लाखों दुआएं ऐसे पल हैं जिन्हें वह कभी भूल नहीं पाएंगे।