केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी की चुनावों में बार-बार हार 'डेवलपमेंट की पॉलिटिक्स' न समझ पाने का परिणाम है। अहमदाबाद में एक कार्यक्रम में शाह ने कहा कि कांग्रेस की राजनीति देश की सोच से मेल नहीं खाती। उन्होंने आरोप लगाया कि राहुल गांधी विकास और सुशासन जैसे मुद्दों पर ध्यान देने के बजाय कानूनी और टेक्निकल मुद्दों में उलझे रहते हैं। शाह ने कहा कि BJP ने भरोसे और जनता की जरूरतों को समझकर शासन किया, इसलिए उसे बार-बार चुनावों में जनादेश मिला। वहीं कांग्रेस लगातार इसलिए हार रही है, क्योंकि वह उन मुद्दों से दूर है जिनका जनता समर्थन करती है। शाह ने कहा कि कांग्रेस ने उन सभी नीतिगत फैसलों का विरोध किया, जिन्हें जनता का समर्थन मिला। इनमें राम मंदिर, पाकिस्तान के खिलाफ एयर स्ट्राइक, बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ एक्शन, अनुच्छेद 370 हटाना और काशी में मंदिर निर्माण जैसे फैसले शामिल हैं। राहुल गांधी की संसद में की गई उस टिप्पणी का जिक्र किया, जिसमें उन्होंने कांग्रेस की लगातार चुनावी हार को लेकर सवाल उठाया था। शाह ने कहा कि दो पब्लिक प्रोग्राम के नतीजे ही इस सवाल का जवाब दे देते हैं। शाह ने दावा किया कि कांग्रेस पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु में आगे भी चुनाव हारती रहेगी। साथ ही उन्होंने कहा कि 2029 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में BJP एक बार फिर सत्ता में लौटेगी। उन्होंने कहा- जब आप हर उस फैसले का विरोध करते हैं, जिसे जनता का समर्थन मिला हो, तो वोट कहां से आएंगे? शाह ने कहा कि BJP की विकास पर आधारित राजनीति और संवेदनशील शासन मॉडल जनता से सीधे तौर पर जुड़ा हुआ है।