राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि भारत को एक बार फिर ‘विश्वगुरु’ बनने की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह कोई बड़ी महत्वाकांक्षा नहीं है, बल्कि पूरी दुनिया की जरूरत है। हैदराबाद में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मोहन भागवत ने कहा कि अब सनातन धर्म को फिर से जिंदा करने का समय आ गया है। उन्होंने बताया कि करीब 100 साल पहले योगी अरविंद ने कहा था कि सनातन धर्म को फिर से जिंदा करना भगवान की मर्जी है, और हिंदू राष्ट्र का उदय सनातन धर्म को फिर से जिंदा करने के लिए है। भागवत ने कहा कि भारत में संघ और विदेशों में हिंदू स्वयंसेवक संघ एक जैसा काम कर रहे हैं और दोनों का लक्ष्य हिंदू समाज को एकजुट करना है। उन्होंने कहा कि भारत, हिंदू राष्ट्र, सनातन धर्म और हिंदुत्व एक ही विचारधारा के अलग-अलग रूप हैं। यह प्रक्रिया पहले ही शुरू हो चुकी है और अब इसे लगातार आगे बढ़ाने की जरूरत है। भागवत की स्पीच की 4 प्रमुख बातें...