दीपू दास के परिवार को घटना की जानकारी एक स्थानीय व्यक्ति ने फोन करके दी. उसने बताया कि दीपू को मार दिया गया है और जला दिया गया है. यह सुनकर परिवार के लोग तुरंत मेमनसिंह के लिए रवाना हुए. जब वे पहुंचे, तब तक दीपू का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा जा चुका था.