देश सहित पूरी दुनिया में नए साल के जश्न की तैयारियां जोरों पर हैं, लेकिन इस बीच मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने नए साल के जश्न को हराम बताया है. उनका कहना है कि नए साल का जश्न मनाना इस्लाम के नियमों और सिद्धांतों के खिलाफ है और इसे तवज्जो नहीं दी जानी चाहिए. इस्लामी दृष्टिकोण से नए साल का जश्न धार्मिक मान्यताओं के अनुरूप नहीं माना जाता है. मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने अपने बयान में कहा कि समुदाय को ऐसे आयोजनों से बचकर अपनी धार्मिक परंपराओं और आस्थाओं पर अमल करना चाहिए.