'कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं है', बोले सचिन पायलट

सचिन पायलट का कहना है कि हमें मजबूत होने की जरूरत है, क्योंकि पिछले छह महीनों में निंदा कानून के तहत धार्मिक अल्पसंख्यक समुदाय पर हमले हुए हैं. किसी को भी कानून को हाथ में लेने की अनुमति नहीं होनी चाहिए. हाल के दिनों में कुछ ऐसे लोग सामने आए हैं जो शांति की बजाय विवाद फैलाते हैं, जो पूरी तरह गैरकानूनी और अस्वीकार्य है.