सिब्बल का केंद्र से सवाल-33 BLO की मौत ठीक है?:लिखा- बंगाल में एक और BLO ने सुसाइड किया; स्कूल में हेड मास्टर का शव मिला था

कांग्रेस सांसद कपिल सिब्बल ने देश के अलग-अलग राज्यों में बूथ लेवल ऑफिसर्स (BLO) की मौत पर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने सोमवार को X पोस्ट में सवाल करते हुए लिखा- बंगाल में एक और BLO की आत्महत्या, पूरे देश में अब तक कुल 33 मौतें, एक कथित घुसपैठिया ठीक नहीं, लेकिन 33 BLO की मौत ठीक है? सिब्बल का यह पोस्ट पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा जिले में BLO के सुसाइड पर आया है। 28 दिसंबर को राजकाटा इलाके के स्कूल से BLO हराधन मंडल का शव बरामद हुआ। उनके पास बूथ नंबर 206 का प्रभार था। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट मिला। इसमें SIR के काम के दबाव का जिक्र था। मीडिया रिपोर्ट्स और विपक्ष के मुताबिक पश्चिम बंगाल में अबतक 6 बीएलओ की SIR के दौरान मौत हो चुकी है। मध्य प्रदेश में 9, उत्तर प्रदेश में 4, गुजरात में 4, राजस्थान में 3, बिहार में 2, महाराष्ट्र में 2, तमिलनाडु, केरल और ओडिशा में 1-1 बीएलओ की मौत का दावा है। 11 राज्यों का SIR पूरा, फाइनल ड्राफ्ट रोल में 3.69 करोड़ वोटर्स हटे देश में अब तक SIR प्रक्रिया के तहत 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की ड्राफ्ट सूची जारी हो चुकी है। इसमें कुल 3.69 करोड़ वोटर्स के नाम हटे हैं। मध्यप्रदेश में 42.74 लाख, छत्तीसगढ़ में 27.34 लाख, केरल में 24.08 लाख, अंडमा​​​​​​न और निकोबार द्वीप समूह में 3.10 लाख वोटर्स के नाम कटे हैं। पश्चिम बंगाल में 58.20 लाख, राजस्थान में 41.85 लाख, गोवा में 11.85 लाख, पुडुचेरी में 1.03 लाख, लक्षद्वीप में 1,616, तमिलनाडु में 97 लाख और गुजरात में 73 लाख वोटर्स के नाम कटे हैं। यूपी की SIR ड्राफ्ट सूची 31 दिसंबर को जारी होगी। पूरी खबर पढ़ें... 1. ड्राफ्ट लिस्ट में अपना नाम कैसे चेक करें? लिस्ट जारी होने के बाद अब आप दो आसान तरीकों से अपना नाम जांच सकते हैं। 2. मेरा नाम 2003 की लिस्ट में था, पर 2025 की ड्राफ्ट लिस्ट में नहीं है? आपको घबराने की कोई जरूरत नहीं है। ड्राफ्ट लिस्ट अंतिम नहीं होती। यदि आपका नाम पुरानी सूची में था, लेकिन अब नहीं है तो इसका मतलब है कि सत्यापन के दौरान किसी कारण (जैसे पते पर न मिलना, डुप्लीकेसी या तकनीकी गलती) से आपका नाम हटा दिया गया है। आप अपना नाम दोबारा जुड़वाने के लिए दावा पेश कर सकते हैं। इसके लिए आपको फॉर्म-6 भरना होगा। यह फॉर्म आप ऑनलाइन Voter Helpline App के माध्यम से या ऑफलाइन अपने बीएलओ को जमा कर सकते हैं। 14 फरवरी 2026 तक का समय इसी काम के लिए दिया गया है। 3. ड्राफ्ट लिस्ट जारी होने के बाद बीएलओ (BLO) की क्या भूमिका होगी? अब बीएलओ की भूमिका और भी महत्वपूर्ण हो जाएगी। वे तीन अहम काम करेंगे- 4. नाम दोबारा जुड़वाने के लिए कौन-से दस्तावेज लगेंगे? आपको अपनी नागरिकता और जन्मतिथि साबित करने के लिए कुछ दस्तावेज देने होंगे। यह आपके जन्म की तारीख पर निर्भर करता है: 5. अगर मेरे मोहल्ले के कई लोगों के नाम गलत तरीके से काट दिए गए हैं, तो क्या करें? यदि आपको लगता है कि किसी विशेष क्षेत्र या समुदाय के नाम जानबूझकर या गलती से सामूहिक रूप से काट दिए गए हैं तो आप इसके खिलाफ आपत्ति दर्ज करा सकते हैं। आप फॉर्म-7 भरकर व्यक्तिगत या सामूहिक रूप से आपत्ति दर्ज कर सकते हैं। इसके अलावा आप एक लिखित शिकायत सीधे अपने जिले के जिला निर्वाचन अधिकारी (कलेक्टर) को भी दे सकते हैं। चुनाव आयोग के स्पष्ट निर्देश हैं कि बिना किसी नोटिस या भौतिक सत्यापन के किसी भी जीवित मतदाता का नाम नहीं काटा जा सकता। 6. एक ही पते पर 100 लोगों का नाम होने जैसी गलतियों का क्या होगा? चुनाव आयोग अब 'लॉजिकल एरर' यानी तार्किक त्रुटियों पर बहुत सख्ती बरत रहा है। यदि एक ही घर के पते पर असामान्य रूप से अधिक संख्या में मतदाता पंजीकृत हैं तो बीएलओ के लिए इसका भौतिक सत्यापन करना अनिवार्य है। यदि सत्यापन में पाया जाता है कि वे लोग वहां नहीं रहते हैं तो उनके नाम हटाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। यदि कोई मतदाता अपना पता बदलवाना चाहता है तो उसे फॉर्म-8 भरकर आवेदन करना होगा। 7. क्या जिन लोगों के नाम हटाए गए हैं, उनकी कोई अलग सूची जारी होगी? जी हां, पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए चुनाव आयोग यह प्रावधान रखता है। जब 21 फरवरी 2026 को अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित होगी तो उसके साथ एक हटाए गए नामों की सूची भी जारी की जाएगी। इस सूची में उन सभी लोगों के नाम और कारण होते हैं, जिनके नाम हटाए गए हैं। यह सूची मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों को भी उपलब्ध कराई जाती है।