इतना ही नहीं आवारा कुत्तों की समस्या के लिए संस्थानों के गेट पर नोडल अधिकारी का नाम और मोबाइल नंबर लिखा होना चाहिए ताकि लोग जरूरत पड़ने पर इसकी शिकायत कर पाएं.