'मनरेगा खत्म करना आत्मघाती कदम', बोलीं महिमा सिंह

महिमा सिंह ने मनरेगा पर बोलते हुए कहा कि महात्मा गांधी के नाम पर चलाई जाने वाली यह योजना गरीब और ग्रामीण जीवन को समर्पित है. उन व्यक्तियों के लिए जो बिना रोजगार और साधन के जीवन यापन करते हैं. इस योजना के तहत ऐसा कोई व्यक्ति जो रोजगार के लिए आवेदन करता है, उसे रोजगार केंद्र के माध्यम से पंचायतों द्वारा पंद्रह दिन के भीतर नौकरी प्रदान करनी होती है. केंद्र सरकार का समर्थन नब्बे प्रतिशत तक होता है. यह पंद्रह दिन की समय सीमा निश्चित की गई है ताकि गरीबों को रोजगार में देरी न हो. इस योजना का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में बेरोजगारी को कम करना और लोगों को आत्मनिर्भर बनाना है.