कई एयरलाइंस पायलट मेंटल स्ट्रेस, चिंता और डिप्रेशन जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं, लेकिन नौकरी और फ्लाइंग लाइसेंस खोने के डर से इलाज नहीं कराते. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, सख्त नियमों और सामाजिक डर की वजह से पायलट अपनी मानसिक परेशानी छिपाते हैं, जिससे उनकी और यात्रियों की सुरक्षा दोनों पर खतरा बढ़ सकता है.